
झांसी। नवरात्रि का पर्व पूरे देश में नौ दिन बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। लोग अपनी अपनी आस्था से मां की आराधना करते है। ऐसे में बुंदेलखंड की सुप्रसिद्ध खटकयाना मोहल्ले में विराजमान होने वाली मां काली के दरबार में कौमी एकता की झलक देखने को मिलती है। मिश्रित आबादी वाले इस इलाके में हिंदुओं के साथ मुस्लिम समाज के लोग भी मां की आराधना में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है। हम बात कर रहे बुंदेलखंड के जनपद झांसी के शहर क्षेत्र स्थित खटकयाना मोहल्ले की। यहां खटीक समाज और मुस्लिम समाज का मुकरयाना मोहल्ला साथ ही साथ जुड़ा है।


वैसे तो पुलिस यहां सुरक्षा व्यवस्था शांति को लेकर एहतियात बरतती है। लेकिन वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई की कर्मभूमि झांसी में कभी सौहार्द बिगड़ने जैसा माहौल यहां के आपसी भाई चारे ने नही होने दिया। नवरात्रि उत्सव पर जैसे ही मां काली की प्रतिमा स्थापित होती है। यहां खटीक समाज के साथ मुस्लिम समाज भी उनकी आस्था आराधना सेवा करने में लग जाता है। यहां रहने वाले अमजद मंसूरी और उनके सहयोगी लगातार यहां भंडारा प्रसाद वितरण कराते है, साथ ही नवरात्रि शुरू होते ही मस्जिद में रंगविरंगी लाइट से सजावट करवाते है। आज विसर्जन यात्रा के दौरान उन्होंने और उनकी टीम ने भोजन प्रसाद वितरण कर मां का आशीर्वाद लिया।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






