झांसी। एमएसएमई ऋण पर एक फीसदी छूट का स्वागत
मोदी सरकार 2.0 के आखिरी और अमृतकाल के पहले बजट का व्यापारियों ने स्वागत किया है। उद्योग व्यापार प्रितिनिधि मंडल उ.प्र. के प्रदेश उपाध्यक्ष राघव वर्मा ने बताया कि कृषि, व्यापार-उद्योग और लघु उद्योग (रेहड़ी-पटरी) के लिहाज से मोदी सरकार का वर्ष 2023-24 का आम बजट अभूतपूर्व है। एमएसएमई के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा महामारी से प्रभावित एमएसएमई को राहत देने का ऐलान किया है। इसके तहत वित्त मंत्री ने कहा कि संविदागत विवादो के निपटान के लिए स्वैच्छिक समाधान योजना लाई जाएगी। एमएसएमई सेक्टर के लिए केंद्र सरकार 9000 करोड़ रुपए का आवंटन करेगी। बजट मे 3 करोड़ तक के टर्नओवर वाले एमएसएमई को टैक्स मे छूट दी गई है।
उन्होंने कहा कि इस बजट में देशभर के करीब 6 करोड़ छोटे कारोबारियों को बड़ा तोहफा दिया गया है। वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि देशभर के एमएसएमई को 2 लाख करोड़ रुपये का लोन दिया जाएगा। नई स्कीम के तहत यह लोन 1 फीसदी कम ब्याज पर मिलेगा। बैंक आसानी से लोन दें, इसके लिए सरकार गारंटर के तौर पर काम करेगी। वित्त मंत्री ने एमएसएमई को बड़ी राहत देत हुए घोषणा की है कि जिन एमएसएमई का सालाना टर्नओवर 3 करोड़ तक हैं, उन्हें कर छूट दी जाएगी। इसके साथ ही 75 लाख कमाने वाले प्रोफेशनल को भी कर में छूट दी जाएगी।सरकार ने आयकर स्लैब मे बदलाव किये हैं। जो स्वागत योग्य है। मिडिल क्लास खासकर नौकरी-पेशा वालों के लिए सरकार ने बड़ी राहत देते हुए आयकर छूट मे अभूतपूर्व बढ़ोतरी की है। इसके तहत सालाना 7 लाख रुपये तक आय वालो पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। सरकार ने बजट मे गरीबों का भी खास ध्यान रखा है। गरीबों के लिए मुफ्त अनाज योजना को सरकार ने एक वर्ष तक के लिए बढ़ा दिया है। साथ ही कृषि क्षेत्र पर सरकार ने विशेष ध्यान दिया है। मोटे अनाजों के लिए बजट प्रावधान और कृषि ऋण लक्ष्य को 20 लाख करोड़ तक बढ़ाया जाना स्वागत योग्य है।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






