
झांसी। उत्तर प्रदेश सरकार लगातार निर्धन बच्चों को निशुल्क उच्च शिक्षा देने के लिए प्राथमिक कंपोजिट विद्यालयों का जीर्णोद्वार करा रही साथ ही बच्चों को निशुल्क कॉपी किताब ड्रेस उपलब्ध करा रही है। लेकिन विद्यालयों के भवनों का जीर्णोद्वार किस प्रकार हो रहा यह देर रात हुई भारी बरसात से टूटी विद्यालय की छत बता रही है। यह जीर्णोद्वार में भ्रष्टाचार होने की ओर इशारा कर रही है। अभी एक वर्ष ही इस विद्यालय के जीर्णोद्वार का हुआ और छत टूटने से इसके निर्माण की पोल खुल कर सामने आ गई। आपको बता दे कि सैयर गेट स्थित प्राथमिक कंपोजिट विद्यालय बना हुआ है। जिसका अभी एक वर्ष पूर्व जीर्णोद्वार हुआ था। इसका लेकिन इस विद्यालय के भवन का किन मानकों के तहत जीर्णोद्वार किया गया यह बरसात ने साबित कर दिया। देर रात हुई भारी बारिश से छत ध्वस्त हो गई। गनीमत रही कि यह छत जिस समय टूटी उस समय विद्यालय में कोई बच्चे मौजूद नहीं अन्यथा यह भ्रष्टाचार न जाने कितने मासूमों के लिए खतरा बन सकता था।

संबंधित के खिलाफ होगी कार्यवाही
झांसी। एक वर्ष पूर्व प्राथमिक कंपोजिट विद्यालय के जीर्णोद्वार कितनी कीमत से हुआ ओर कब हुआ था इसकी जानकारी निर्माण विभाग देगा। यह बात बीएसए ने कही। उन्होंने कहा कि किसी भी विद्यालय का निर्माण का ठेका लेने वाली फर्म का पंद्रह साल तक की गारंटी होती है। उन्होंने कहा कि वह जांच कराएंगे अगर इस प्राथमिक कंपोजिट विद्यालय का निर्माण कार्य एक या दो वर्ष में हुआ ओर भारी बारिश से छत टूट गई है तो वह इसकी जांच कराएंगे और संबंधित फर्म के खिलाफ कार्यवाही कराएंगे।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा


