
झांसी। देश में एक दहेज प्रथा अब भी कई परिवारों में बोझ बनी हुई है। लेकिन इस दहेज रूपी प्रथा को समाप्त करने का प्रयास शुरू करते हुए विवाह समारोह के दौरान लग्जरी गाड़ियों को छोड़ बैलगाड़ी से विदाई हुई थी। साथ ही इसी पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए शादी की पहली वर्षगांठ पर भी अनावश्यक खर्च, अश्लीलता ओर अन्य का दुरुपयोग न हो इसी के चलते पंगत ओर धार्मिक आयोजन के साथ वर्षगांठ मनाई। तनवीर ओर चाहत की यह जोड़ी सकारात्मक बदलाव का संदेश दे रही है। यह बात हो रही है थाना सीपरी बाजार क्षेत्र के लहर गिर्द में रहने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख पंजाब सिंह यादव के परिवार की। आपको बता दे कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख के भाई हरिओम यादव के पुत्र रणवीर ओर चाहत का विवाह पिछले वर्ष हुआ था। कहते है संस्कार पेज से नहीं आते। संस्कार घर में जन्मे बच्चे को उसकी परवरिश और बड़े होने तक घर से ही मिलते है। जब तनवीर यादव ओर चाहत का विवाह संपन्न होने के बाद विदाई समारोह शुरू हुआ तो दोनों ने लग्जरी गाड़ियों को दरकिनार कर बैलगाड़ी से विदाई कराई थी। परिवार की परंपरा और सामाजिक सम्मान को बरकरार रखते हुए गत रोज दोनों की शादी की पहली वर्षगांठ आयोजित हुई। अन्न का अनादर न हो, शुभ मंगल कार्यक्रमों में फूहड़ता ओर अश्लीलता का समागम न हो। इसको ध्यान में रखते हुए दोनों ने अपनी शादी की पहली वर्षगांठ बड़े ही धूमधाम से धार्मिक आयोजन मथुरा वृन्दावन की मंडली के साथ मनाई। साथ ही अन्न की बर्बादी रोकने को उन्होंने दोना पत्तल में भोजन कराया। अपने परिवार की पुरानी परम्परा को जीवंत रखते हुए देख लोगों ने रणवीर ओर चाहत की काफी प्रशंसा की साथ ही दोनों को आशीर्वाद भी दिया।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






