झांसी। सर पर नहीं था माता पिता का हाथ। बस दिन रात सताती थी यही आस कैसे होंगे पीले हाथ। लेकिन उस बिन मां बाप की बेटी के लिए उसका आसरा बनकर आई मानव सेवा ट्रस्ट ओर सभी पदाधिकारियों ने उस बेटी की शादी की जिम्मेदारी माता पिता की तरह निभाते हुए उसके हाथ पीले किए। हाथों में हल्दी लगाने ओर कन्यादान की रस्म निभाते हुए मानव सेवा ट्रस्ट की संस्थापक स्परा श्रीवास्तव भावुक हो गई। उन्होंने बेटी की तरह सारी रस्म अदायगी करते हुए उसे खुशी खुशी बिदा किया। मामला महाशिवरात्रि पर्व का है। मानव सेवा ट्रस्ट संस्था की संस्थापक को सूचना मिली कि एक बिन माता पिता की बेटी की आज शादी होना है। लेकिन व्यवस्थाएं कुछ नहीं है। इस सूचना पर वह उस बेटी के घर ओरछा पहुंची और उन्होंने उसकी मां पिता होने का पूरा फर्ज निभाते हुए कन्यादान लेकर उसके हाथ पीले किए साथ ही उपहार देकर खुशी खुशी उसे बिदा किया। स्परा श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी कोई बेटी नहीं है। किसी बेटी के हाथ पीले करना चारों धाम की यात्रा से कम नहीं। इसलिए उन्होंने उस बेटी को अपनी मानते हुए शादी का खर्च उठाया।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






