झांसी। महिला उत्पीड़न की शिकायत सुन रही राज्य महिला आयोग की सदस्य को एक पीड़ित महिला ने दरोगा पर आरोप लगाते हुए सुनाई दास्तां। महिला ने आरोप लगाया कि दरोगा ने उसे पूछताछ के लिए चौकी में बुलाया जहां कोई महिला कांस्टेबल नहीं थी और ससुरालियों के सामने उससे कहा कि तुम पांचाली बनकर रहो। पीड़ित महिला की इस बात को सुनकर राज्य महिला आयोग की सदस्य ने तत्काल संबंधित को फोन लगाकर जमकर फटकार लगाते हुए निर्देश दिए कि थाने आने वाली पीड़ित महिलाओं से महिला पुलिस कर्मी के सामने शालीनता से बात सुनी जाए और उसका निस्तारण किया जाए। मंगलवार को विकास भवन सभागार में आयोजित जनसुनवाई में उत्तर प्रदेश सरकार की महिला आयोग की सदस्य अनुपमा सिंह लोधी जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की समस्याएं सुन रही थी। तभी कोतवाली क्षेत्र निवासी एक महिला ने आरोप लगाते हुए बताया कि उसका पति ओर ससुराल वाले उसे व बच्चों को घर से निकालना चाहते है, इसलिए उस पर मनगढ़ंत झूठे आरोप लगाकर उसे बदनाम कर रहे है। जिसकी शिकायत उसने अधिकारियों से की थी। इस शिकायत पर बीते रोज उसे मिनर्वा चौकी बुलाया गया। जहां कोई महिला कांस्टेबल नहीं थी, चौकी में उससे दरोगा ने बेतुके अंदाज में पूछताछ की और उससे कहा कि तुम पांचाली बन कर रहो घर में फिर कोई झगड़ा नहीं होगा। इस शिकायत को सुनकर राज्य महिला आयोग सदस्य ने नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित को फोन पर वार्ता कर जमकर फटकार लगाई साथ ही हिदायत देते हुए कहा कि थाने आने वाली पीड़ित महिलाओं से शालीनता से वार्ता कर उनकी समस्या सुनी जाए और उसका निस्तारण किया जाए। वही थाना प्रेमनगर क्षेत्र के पुलिया नम्बर नौ निवासी एक युवती ने शिकायती पत्र देते हुए बताया कि वह डेढ़ माह से परेशान है पुलिस उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही। उसके पड़ोस में रहने वाले लोग बिना लाइसेंस के जानवरों का मास काटकर बेच रहे जिससे पूरे इलाके में गंदगी और दुर्गंध फैल रही है। इसकी शिकायत करने पर वह लोग कई बार मारपीट कर चुके है। वही थाना सदर बाजार निवासी महिला ने भी शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि उसके साथ घटना होने के बावजूद पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही। बल्कि विपक्षी थाने में उसे बुलाकर राजीनामा का दबाव बना रहे है। इसी प्रकार दर्जनों शिकायतें जनसुनवाई में आई जिनका उन्होंने मौके पर सुनवाई करते हुए निस्तारण किया।
रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा






