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गुलारा पेयजल योजना अंतर्गत ग्राम सुल्तानपुरा का किया निरीक्षण, किए जा रहे कार्य की गुणवत्ता को परखा

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झांसी। मंत्री (सिंचाई एवं जल संसाधन बाढ़ नियंत्रण परती भूमि विकास लघु सिंचाई नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग), उत्तर प्रदेश स्वतंत्र देव सिंह ने जनपद में स्थित पहुँज बांध का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता बेतवा नहर प्रखंड उमेश कुमार ने बताया कि वर्ष 1911 में बने इस बांध की क्षमता 25 मिलियन क्यूबिक मीटर है। इस बाँध से निकली पहुँज नहर प्रणाली की कुल लम्बाई 42 कि0मी0 है, जिससे 3200 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसल की सिंचाई की जाती है एवं 5 एम0सी0एम0 पानी झांसी शहर को पेयजल हेतु उपलब्ध कराया जाता है। पहुंज बंध में पानी की कमी को पूरा करने के लिए 15 कि0मी0 ऊपर डोंगरी बांध निर्मित है, जिसकी कुल क्षमता 13 एम0सी0एम0 है। इन बांधों से सिंचाई एवं पेयजल के मत्स्य पालन भी किया जाता है। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने मौके पर बांध का निरीक्षण करते हुए जल भंडारण की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए की किसानों को रबी फसल में पर्याप्त पानी उपलब्ध कराया जाए।

मंत्री ने सर्किट हाउस में प्रधानमंत्री द्वारा मन की बात में विकास खंड बबीना के ग्राम सिमरावारी में जल संरक्षण के उत्कृष्ट कार्य पर कार्य कर रही जल सहेलियों को उनके द्वारा किए जा रहे कार्य की सराहना की, अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेने का सुझाव दिया। मंत्री द्वारा इस मौके पर परमार्थ समाजसेवी संस्थान कि 13 जल सहेलियों को शाल उड़ाकर सभी का सम्मान किया और संवाद करते हुए इसी तत्परता और लगन से आगे भी कार्य करने का सुझाव दिया। मंत्री ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान गुलारा पेयजल योजना के अंतर्गत ग्राम सुल्तानपुरा का निरीक्षण किया और निर्देश दिए कि सभी योजनाओं को अनुबन्धित समय में पूर्ण कर जनोपयोगी बनाना सुनिश्चित करें, बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पेयजल जीवन वरदान है, अतः उक्त योजनाओं के कार्यों में किसी भी प्रकार की कमी न बरती जाये साथ ही कार्यों को उचित गुणवत्ता से कराया जायें। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन मुख्यमंत्री की उच्च प्राथमिकता में शामिल परियोजना है, इसलिए संबंधित अधिकारी अपने दायित्व समय सीमा अंतर्गत पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पेयजल से सम्बन्धित किसी विभाग को यदि कोई समस्या हो तो वह अन्य विभागों के साथ आपसी समन्वय स्थापित करते हुए उसका निराकरण करें। पेयजल से जुड़ी परियोजनाओं एवं कार्यो को किसी भी स्तर पर लम्बित न रखा जाये। जल संयोजन घर के अंदर लगाया जाये, इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि गांव में सार्वजनिक भवन, पंचायत भवन, विद्यालय, आंगनवाड़ी केंद्र सहित अन्य भवनों में भी जल संयोजन लगाया जाना सुनिश्चित किया जाए। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत निर्माणाधीन ग्राम समूह पेयजल योजनाओं के सम्बन्ध में अधिशासी अभियन्त जल निगम श्री रणविजय सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद झांसी में 10 नग ग्राम समूह पेयजल योजनायें निर्माणाधीन है। निर्माणाधीन समस्त परियोजनाएं लगभग अपनी कार्य पूर्ति पर हैं। तत्पश्चात् मंत्री द्वारा गुलारा ग्राम समूह पेयजल योजनान्तर्गत ग्राम सुल्तानपुरा में निर्माणाधीन डब्लू.टी.पी. का स्थलीय निरीक्षण किया, डब्लू.टी.पी. पर कराये गये कार्यो की गुणवत्ता एवं प्रगति की प्रशंसा की। मंत्री द्वारा डब्लू. टी. पी. स्थित प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया गया तथा जल गुणवत्ता जांच भी कराई, जो निर्धारित मानकों के अनुरूप पेयजल हेतु उपयुक्त पायी गयी। अधिशासी अभियन्ता, जल निगम द्वारा मंत्री को अवगत कराया गया कि योजनान्तर्गत सम्मिलित ग्रामों में एफ.एच.टी.सी. (गृह संयोजन) के माध्यम से पेयजल आपूर्ति प्रारम्भ की जा चुकी है। शेष ग्रामों में जल्द पेयजल आपूर्ति प्रारम्भ कर दी जायेगी। इस मौके पर अध्यक्ष जिला पंचायत पवन गौतम,विधायक सदर रवि शर्मा, जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार, अधिशासी अभियंता बेतवा नहर प्रखंड झांसी उमेश कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम रणविजय सिंह, सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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