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सर्पदंश से होने वाली मौतों रोकने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों पर हों सभी इंतेजाम : मंडलायुक्त सर्पदंश से हुई मौत पर परिवार वालों को मिलेगी 4 लाख की सहायता

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झांसी। बारिश के मौसम में जहरीले सांप-बिच्छुओं की चपेट में आकर हर साल अनेक पीड़ितों की मृत्यु हो जाती हैं। ऐसे में लोगों को बचाने और मृत लोगों के परिजनों को सहायता मुहैया कराने के लिए मंडलायुक्त झाँसी बिमल कुमार दुबे ने मण्डल के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। मंडलायुक्त ने सर्पदंश से होने वाली मौतों को रोकने के लिए जागरूकता व चिकित्सालयों में आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए है। जिला अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) स्तर पर पर्याप्त संख्या में एंटी स्नैक वेनम (ए.एस.वी.) की उपलब्धता और प्रभावित होने वालों को तत्काल उचित उपचार के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था पहले से ही करने को निर्देशित किया गया है। साथ ही किसी की मृत्यु सर्प दंश से होती है तो प्रभावित होने वाले परिवारों को 4 लाख की अहेतुक सहायता सात दिन के अंदर मुहैया कराने को निर्देशित किया गया है। *सात दिन में मिले पीड़ित परिवारों को अहेतुक सहायता*मण्डलायुक्त ने मण्डल के सभी उप जिलाधिकारी को सर्पदंश से होने वाली मृत्यु के मामलों में पीड़ित परिवारों को सात दिन के अंदर अहेतुक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक दशा में सर्पदंश से होने वाली मौतों के बाद प्रभावित परिवारों को सात दिन के अंदर अहेतुक सहायता उपलब्ध कराई जाए। पीड़ित सहायता के लिए अपने क्षेत्र के लेखपाल, उप जिलाधिकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते है।*साँप काटने पर क्या करें*1. सांप को अच्छी तरह से देखने और पहचानने की कोशिश करें ताकि सांप का हुलिया बताने से चिकित्सक को इलाज करने में आसानी हो।2. सांप के काटने के बाद प्रभावित व्यक्ति को सीधा लिटा दें।3. पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर से सारी चीजें जैसे घड़ी, कंगन, अंगूठी, पायल, चेन व जूते चप्पल आदि सभी चीजें उतार लें।4. पीड़ित को बेहोश नहीं होने दें। अगर वह बेहोशी की हालत में हो भी तो उसकी सांसों पर ध्यान रखें और गर्माहट प्रदान करने का पूरा प्रयास करें। 5. यदि हाथ में सांप ने काटा है तो उसे नीचे की ओर लटकाकर रखें ताकि जहर दिल तक पहुंचने में वक्त लग सके। यदि पैर में काटा है तो पलंग पर इस तरह लिटा दें ताकि मरीज के पैर नीचे लटके रहें।6. तुरंत नजदीकी चिकित्सा केंद्र पर सपर्क करे।*साँप काटने पर क्या न करें*1. मरीज को शांत रखने की कोशिश करें, मरीज जितना उत्तेजित रहेगा, उसका रक्तचाप भी उसी गति से बढ़ेगा।2. काटे हुए स्थान पर मसाज न करें और न ही मुंह लगाकर जहर निकालने का प्रयास करें। 3. प्रभावित व्यक्ति को किसी किस्म का कोई भी अल्कोहल वाला पदार्थ न दें। 4. झाड़-फूंक के चक्कर में समय बर्बाद न करें, प्रभावित को अस्पताल लेकर जाएं।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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