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सामूहिक विवाह सम्मेलन में दुल्हन ने खुद से भरी मांग, घटना मोबाइल में कैद

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झांसी। आखिर विवाह योजना की निधि हड़पने का यह तरीका जांच दर जांच होने के बावजूद भी जारी है। आखिर इस के पीछे कौन है क्या विभाग का ही कोई खास शामिल तो नही। जांच को कुछ दिन तक चलने के बाद ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। पिछली बार हुई शादी समारोह में एक साली ने अपने जीजा के साथ फेरे लिए थे उसी सम्मेलन में एक ऐसे जोड़े की भी शादी कराई गई थी जिसकी कुछ दिन बाद धूमधाम से शादी होनी थी। यह निधि निधि हड़पने का सिलसिला यह चालू रहेगा। यह बड़ा सवाल है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में गड़बड़ियाँ थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं। पिछली बार योजना की रकम हड़पने के लिए साली के जीजा संग फेरे होने के बाद आज भी कुछ अलग मामले सामने आये। जिसमें कुछ की शादी अभी होनी है औऱ किसी ने खुद ही अपनी मांग में सिंदूर भर लिया। ज़ब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यहां तो वह सिर्फ दिखावे के लिए शादी क़र रहे हैं, असल शादी को बाद में धूमधाम से होंगी। इतना ही नहीं उन्हें इसका कोई मलाल भी नहीं है वह कहते हैं कि जयमाला तो दो बार हो सकती है और उनका फार्म भर गया है। जाहिर है कि सरकारी अफसर ही सूबे के मुखिया की मंशा पर पानी फेर रहे हैं औऱ योजना की रकम का बंदरबाँट हो रहा है।वीओ-01 गरीब कन्याओ के हाथ पीले करने मुख्यमंत्री ने सामूहिक विवाह योजना चलाई है। इसी योजना के अंतर्गत झांसी के बुन्देलखंड महाविद्यालय में सोमवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मेलन था। जिसमें शामिल होने के लिए 96 जोड़े शामिल हुए। सम्मेलन में सबसे पहले वर-वधु को मंच के पास बुलाया गया। इसके बाद समाज कल्याण अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में वर-वधु ने एक दूसरे को जयमाला पहनाई। जय माला पहनाने के बाद सभी जोड़ों को अग्नि के आगे सात फेरे और मांग भरने की रस्म पूरी करने के लिए बुलाया गया। रस्मे अभी शुरु हुई ही थी कि तभी कुछ जोडे़े धीरे-धीरे वहां खिसक लिए और दूर जाकर बैठ गए। शक हुआ तो उनसे पूछा गया। तभी जो उन्होंने बताया कि चौकाने वाला था। किसी का कहना था कि उनकी शादी अगले महीने है तो किसी का कहना था कि दो महीने बाद वह धूमधाम से शादी करेंगे। सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए उन्होंने फार्म भर दिया, जिसके लिए उन्होंने केवल जयमाला एक दूसरे को पहनाई है, न कि पूरी शादी और जयमाला तो दो बार जाती है। रस्में बीच में छोड़कर इधर-उधर बैठे वर-वधु की नजर कैमरे पर पड़ी तो वह अपना मुंह छिपाते हुए पुनः कार्यक्रम स्थल पहुंच गए और दिखावे के लिए खानापूर्ति करने लग। इन्हीं में कुछ ने तो स्वयं ही अपने से हांथ सिंदूर लेकर अपनी मांग भर ली।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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