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197 वां हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह में पत्रकारिता के योगदान विषय पर हुई संगोष्ठी

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झाँसी। श्री गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता उन्नयन समिति के तत्वाधान में 197 वां हिंदी पत्रकारिता दिवस समारोह में राष्ट्र के निर्माण में पत्रकारिता के योगदान विषय पर आयोजित संगोष्ठी में गहन चिंतन मनन किया गया। इस दौरान एक और जहां पत्रकारों से आत्म चिंतन तथा आत्मवलोकन करने पर बल दिया गया, वहीं दूसरी ओर संविधान के 4 स्तंभों में से तीन स्तंभों को भी चौथे स्तंभ के प्रति उत्तरदायित्व का बोध कराया गया। कोतवाली प्रांगण में स्थित पत्रकार भवन के सभागार में आयोजित इस संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत ने कहा कि पत्रकारिता ही वह धुरी है, जिस पर स्वस्थ लोकतंत्र का चक्र चलता है। उन्होंने कहा कि यदि लोकतंत्र आज जीवित है तो वह सिर्फ पत्रकारिता की देन है। गरौठा विधायक ने किसी भी क्षेत्र में सेवा भाव को प्रमुखता देने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि सच्चे भाव से समाज तथा जनता की सेवा की जाए तो उसका प्रतिफल अवश्य मिलता है। लक्ष्य को हासिल करने में तमाम कठिनाइयां आ सकती है लेकिन यदि भाव सच्चा है तो 1 दिन लक्ष्य हासिल हो ही जाता है। उन्होंने कहा कि वह पत्रकारों के हित के लिए हमेशा तत्पर हैं। इस दौरान गरौठा विधायक ने पत्रकार भवन के विकास में यथासंभव सहयोग करने का भी आश्वासन दिया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए विशिष्टि अतिथि सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय अधिकारी के विवेकानंद राजेश ने कहा कि पत्रकारों के हित के लिए सरकार तमाम योजनाओं का संचालन कर रही है। जरूरत इस बात की है कि प्रत्येक पत्रकार तक उन योजनाओं की जानकारी पहुंचे। उन्होंने बताया कि प्रसार भारती द्वारा हाल ही में कई पदों पर नियुक्तियां भी निकाली गई है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के लिए पत्रकारों की भूमिका की महत्ता से इनकार नहीं किया जा सकता। इसीलिए पत्रकारिता को चौथे स्तंभ का दर्जा दिया गया है। उन्होंने संविधान में पत्रकारिता को चौथे स्तंभ का दर्जा कानूनी रूप से दिए जाने पर भी सहमति जताई। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य प्रदीप जैन ने पत्रकारों से आव्हान किया कि खबरों को यदि तथ्यात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाएगा, तो समाज को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने बताया कि प्रेस काउंसिल में तमाम ऐसे मामले आते हैं, जिनमें तथ्यों को दरकिनार कर रिपोर्टिंग किए जाने की शिकायत की जाती है। हालांकि अधिकांश मामलों में रिपोर्टिंग में तथ्य भी पाए गए, लेकिन नई पीढ़ी के लिए यह आवश्यक है कि उसे इस बात की जानकारी हो कि बिना तथ्यों के कोई भी समाचार ज्यादा दिन तक अपने अस्तित्व नहीं रख पाता।प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य ने कहा कि 2 वर्ष बाद हम हिंदी पत्रकारिता दिवस का 200वां वर्ष मनाएंगे। उन्होंने केंद्र तथा राज्य सरकार से इस दिवस को भव्य रुप से मनाए जाने की अपील करते हुए कहा कि यदि इसकी तैयारियां अभी से शुरू होगी तो 2 वर्ष बाद यह 200 वां वर्षगांठ ऐतिहासिक होगा। उन्होंने मौजूद सभी पत्रकारों से इस संबंध में अपने अपने स्तर पर प्रयास किए जाने का आव्हान किया। कार्याध्यक्ष मोहन नेपाली अपने लंबे अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि लोकतंत्र के लिए पत्रकारों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। बशर्ते पत्रकार किसी भी समाचार को पूरी तरह से गहन छानबीन करने के बाद ही प्रकाशित करें। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि पत्रकार अपनी ओर से अतिरिक्त स्क्रिप्ट खबरों में जोड़ देते हैं, जिससे खबर का अस्तित्व भी कभी-कभी संकट में पड़ जाता है। इस अवसर पर रैकी ग्राण्डमास्टर समाजसेविका नील मधु श्रीवास्तव ने अधिक से अधिक हिंदी को विकसित किए जाने पर बल दिया। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए पत्रकार भवन समिति के अध्यक्ष प्रवीण कुमार जैन ने कहा कि यदि भाव सच्चा है तो कोई भी कार्य बिना लक्ष्य की प्राप्ति के समाप्त नहीं हो सकता। उन्होंने गरौठा विधायक द्वारा पत्रकार भवन के विकास के लिए सहयोग किए जाने का आश्वासन देने पर भी आभार जताया। संचालन जैनुलाब्दीन ने किया अंत में महामंत्री पंकज सक्सेना ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रिटायर्ड डीएसपी ए.के. हिंगवासिया, वसु जैन, मीडिया क्लब के अध्यक्ष मुकेश वर्मा, सुदर्शन शिवहरे, मनमोहन मनु, रिपु सूदन नामदेव, अरूण द्विवेदी, बालेन्द्र गुप्ता, दीपक चन्देल आदि ने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं पर चिंतन मंथन करते हुये, लोकतंत्र की मजबूती के लिए विश्वसनीय पत्रकारिता के क्षरण को रोकने पर बल दिया। समारोह में सर्वश्री श्रीप्रकाश तिवारी, साजिया खान, शहबाज अली, मोहम्मद फारुख खान, मुकेश सिंघल, सलीम शाह, दशरथ गुप्ता, राजेश, शहनवाज अली, राहुल नायक, राजीव श्रीवास्तव, अनुराग जैन, एसके सिंह भदोरिया, जितेंद्र सिंह और योगेंद्र कुमार शर्मा, हरिकृष्ण चतुर्वेदी, प्रियेश जैन, बी.डी. प्रजापति, प्रेमकुमार गौतम, आदि उपस्थित रहे। प्रारम्भ में अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर समारोह का शुभारम्भ किया। अंत में प्रेस काउंसिल ऑफ इण्डिया के सदस्य व हिन्दी समाचार पत्र सम्मेलन के संस्थापक अध्यक्ष जन मोर्चा फैजावाद के प्रधान सम्पादक शीतला सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

रिपोर्ट – मुकेश वर्मा/राहुल कोष्टा

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