झांसी। भाजपा से मेयर पद के दावेदारों में एक दावेदार संतराम पेंटर का भी है। संतराम पेंटर झांसी में सामाजिक छवि और स्वच्छ व्यापारी के रूप में माने जाने वाले व्यक्ति है। इनका राजनीति से शुरू से जुड़ाव रहा, साथ ही अहिरवार समाज में काफी पकड़ होने पर हर राजनेतिक दल की इन पर डोरी डली रही। वर्ष 2012 में हुए मेयर पद के चुनाव में अहिरवार समाज ने बता दिया था की वह पूरा की पूरा संतराम के साथ है। संतराम को निर्दलीय मैदान में होने के बावजूद 35 हजार वोट मिले थे।जी हां हम बात कर रहे एक झांसी जिले के रहने वाले मध्यम परिवार के उस व्यक्ति की जो कभी हाथ में पेंट और ब्रश लेकर पेंटिंग और लिखाई का कार्य करता था। धीरे धीरे उन्होंने अपने इस कार्य से पूरे जनपद ही नही बुंदेलखंड में संतराम पेंटर के नाम से पहचान बनाई। अहिरवार समाज से होने के नाते और बुंदेलखंड में पेंटर के नाम से जाने पहचाने के बाद धीरे धीरे इस व्यक्ति का अपनी समाज अहिरवार समाज में रूतबा बढ़ता चला गया। समाज ने संतराम का इतना मनोबल बढ़ाया की राजनेतिक पार्टियों की नजरे इन पर गढ़ने लगे। वर्ष 2006 में संतराम पेंटर को झांसी नगर निगम से मेयर पद का राष्ट्रीय स्तर की पार्टी ने प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा था। उस समय संतराम को करीब 16 हजार वोट प्राप्त हुए थे। लेकिन इस पहली बार चुनाव मैदान में आने के बाद संतराम का समाज के लोगों में व्यापारियों में और राजनेतिक दलों में रूतबा बढ़ता गया। वर्ष 2012 में हुए मेयर पद के चुनाव पर संतराम ने फिर मैदान में ताल ठोक दी और उन्हे 36 हजार करीब वोट प्राप्त हुए थे, संतराम उस समय भी निर्दलीय लड़े थे। इनका चुनाव चिन्ह लड़की लड़का था। संतराम को अगर कोई पार्टी सिंबल दे देती तो उनके अन्य वर्ग के लोग भी उनके साथ खड़े होते। झांसी नगर निगम के 2022 के चुनाव में भाजपा की ओर कई दावेदार सामने आए इनमे एक चेहरा संतराम पेंटर का भी आया है। संतराम पेंटर के साथ अहिरवार समाज का वोट बैंक काफी अच्छा है, अगर भाजपा ने इस प्रत्याशी पर दांव लगाया तो भाजपा को इससे अच्छा निर्विवाद, बेदाग छवि वाला प्रत्याशी दूसरा नही मिलेगा।
रिपोर्ट – राहुल कोष्टा
More Stories
दलालों को बंधक बनाकर पीटा
बोलेरो चोरी करने वाले बदमाशों से पुलिस से रक्सा ओर स्वाट की मुठभेड़, चोरी की बोलेरो सहित तमंचा कारतूस बरामद
समस्त कोटेदार प्रातः 06 बजे से रात्रि 09 बजे तक शत-प्रतिशत राशन वितरण कराना सुनिश्चित करें : जिला पूर्ति अधिकारी